इस दौरान पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि तालमेल में कमी के कारण विधानसभा चुनाव में हार मिली। तेरा-मेरा का खेल पूरे प्रदेश में नुकसान का कारण बना। यही कारण है कि जनता बदलाव चाहने लगी थी। उन्होंने कहा कि अपनी कमियों के कारण ही हम हारे हैं।
सरगुजा जिले के सीतापुर विधानसभा से चार बार के विधायक रहे अमरजीत भगत को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। इधर छत्तीसगढ़ से कांग्रेस सरकार की भी विदाई हो गई। खुद भगत आयकर जांच के घेरे में फंस गए। अब फिर से वे सीतापुर विधानसभा क्षेत्र में सक्रियता दिखा रहे हैं। चुनाव में मिली पराजय के बाद गुरुवार को पहली बार उन्होंने सरगुजा के पत्रकारों से चर्चा की। इस दौरान पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि तालमेल में कमी के कारण विधानसभा चुनाव में हार मिली। तेरा-मेरा का खेल पूरे प्रदेश में नुकसान का कारण बना। यही कारण है कि जनता बदलाव चाहने लगी थी। उन्होंने कहा कि अपनी कमियों के कारण ही हम हारे हैं। पूर्व मंत्री भगत ने भाजपा के छह माह के कार्यकाल पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जनता त्रस्त है, विष्णुदेव सरकार मस्त है। यूरिया की कमी से किसान जूझ रहे हैं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन दुकान से समय पर खाद्यान्न नहीं मिल रहा है।
आरक्षण मुद्दे पर विचार करने की जरूरत
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने आरक्षण मामले में सुप्रीम कोर्ट की अनुशंसा को लेकर कहा कि इसमें विचार विमर्श की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एक अगस्त को आरक्षण पर फैसला सुनाया था। अनुसूचित वर्ग के लिए वर्तमान में लागू आरक्षण व्यवस्था में सुप्रीम कोर्ट की सात सदस्यीय खंडपीठ ने सब क्लासीफिकेशन कर विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए अलग से आरक्षण के प्रविधान की अनुशंसा की है। मामले में एक बार और विचार विमर्श होना चाहिए, जिससे अनुसूचित जनजाति के लोगों को इसका पूरा फायदा मिल सके।