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इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जंग तेज, नसरल्लाह की हत्या के बाद इजरायल ने उनके उत्तराधिकारी हाशेम सफ़ीद्दीन को मारने की कोशिश की

इजरायल और ईरान द्वारा समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के बीच जंग तेज हो चुकी है. इस बीच हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद अब इजरायल ने कथित तौर पर बेरूत के दहिह उपनगर में पूर्व हिजबुल्लाह महासचिव हसन नसरल्लाह के उत्तराधिकारी हाशेम सफ़ीद्दीन को मारने की कोशिश की है.

इजरायल, हिजबुल्लाह, ईरान और लेबनान के बीच जंग छिड़ चुकी है. एक तरफ अकेले इजरायल हिजबुल्लाह के ठिकानों को चुन-चुनकर तबाह कर रहा है. वहीं हिजबुल्लाह और ईरान भी इजरायल पर लगातार हमला कर रहे हैं. हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद अब इजरायल ने कथित तौर पर बेरूत के दहिह उपनगर में पूर्व हिजबुल्लाह महासचिव हसन नसरल्लाह के उत्तराधिकारी हाशेम सफ़ीद्दीन को मारने की कोशिश की है. यह हमला तब हुआ है जब सफ़ीद्दीन हिजबुल्लाह के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहा था. इजरायल ने दावा किया है कि इस हमने में सफ़ीद्दीन को उसने मार गिराया है. लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. हिजबुल्लाह की ओर से भी इसपर कोई बयान नहीं आया है.

हालांकि इन रिपोर्टों की पुष्टि नहीं की जा सकी है. तीन इज़रायली अधिकारियों ने द न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि हमलों में सफ़ीद्दीन सहित वरिष्ठ हिजबुल्लाह नेताओं की एक बैठक को निशाना बनाया गया. हिजबुल्लाह की कार्यकारी परिषद के प्रमुख के रूप में सफीद्दीन समूह के राजनीतिक मामलों की देखरेख करता है.

कौन है हाशेम सफ़ीद्दीन?
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, वह जिहाद परिषद में भी शामिल है, जो समूह के सैन्य अभियानों का प्रबंधन करती है. सफीद्दीन नसरल्लाह का चचेरा भाई है और उसे 2017 में अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा आतंकवादी घोषित किया गया था. सफीउद्दीन नसरल्लाह की तरह ही एक मौलवी है जो इस्लाम के पैगम्बर मोहम्मद के वंशज होने का संकेत देते हुए काली पगड़ी पहनता है.

सफीउद्दीन के सार्वजनिक बयानों में अक्सर हिजबुल्लाह का उग्रवादी रुख और फिलिस्तीनी मुद्दे के साथ उसका जुड़ाव झलकता है. बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में हिजबुल्लाह के गढ़ दहियाह में हाल ही में एक कार्यक्रम में उसने फिलिस्तीनी लड़ाकों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए कहा, “हमारा इतिहास, हमारी बंदूकें और हमारे रॉकेट आपके साथ हैं.”

वह अमेरिकी नीति की आलोचना में भी मुखर रहा है. हिजबुल्लाह पर अमेरिकी दबाव के जवाब में उसने  2017 में कहा, “ट्रंप के नेतृत्व वाला यह मानसिक रूप से विक्षिप्त, पागल अमेरिकी प्रशासन प्रतिरोध को नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा,” उसने जोर देकर कहा कि इस तरह की कार्रवाइयां हिजबुल्लाह के संकल्प को और मजबूत करेंगी.

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