ब्रैम्पटन मंदिर में गुरु गोविंद सिंह के बेटों की शहादत पर हिंदू-सिख एकता कार्यक्रम आयोजित
कनाडा के ग्रेटर टोरंटो स्थित ब्रैम्पटन मंदिर में गुरु गोविंद सिंह के बेटों की शहादत को याद करने के लिए हिंदू-सिख एकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। पिछले महीने खालिस्तानी आतंकियों ने इस मंदिर के पास हिंसक हमला कर दिया था।
कनाडा के ग्रेटर टोरंटो इलाके में बुधवार को एक खास कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन उसी ब्रैम्पटन मंदिर में किया गया जहां पिछले महीने खालिस्तानी आतंकियों ने हमला कर दिया था। यह आयोजन गुरु गोविंद सिंह के बेटों की शहादत को याद करने के लिए वीर बाल दिवस के मौके पर किया गया था जिसका नाम हिंदू-सिख एकता कार्यक्रम रखा गया। गौरतलब है कि ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर पर 3 नवंबर को खालिस्तानी आतंकियों ने हमला कर दिया था। हिंसा के दौरान कई लोग घायल हो गए थे और पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया था।
बुधवार शाम को हिंदू-सिख यूनिटी फोरम कनाडा ने विश्व जैन संगठन कनाडा के साथ मिलकर वीर बाल दिवस समारोह की मेजबानी की। इसे कनाडा हिंदू चैंबर ऑफ कॉमर्स का भी समर्थन मिला। कार्यक्रम की मेजबानी के लिए मंदिर प्रबंधन को धन्यवाद देते हुए फोरम के अध्यक्ष हरजी बाजवा ने लोगों को समुदायों के बीच एकता रखने की बात की। उन्होंने कहा कि साथ मिलकर बंटवारे की साजिश का मुकाबला करने की जरूरत है।
वहीं कार्यक्रम के आर्गेनाइजर और विश्व जैन संगठन कनाडा के अध्यक्ष विजय जैन ने कहा, “आज इस समारोह का पहले से कहीं अधिक महत्व है। यह हमारे पूर्वजों द्वारा दिखाए गए पराक्रम और धर्म के लिए हमारे पूर्वजों द्वारा किए गए बलिदानों को याद करने का अवसर है। उन्होंने कहा, “वीर बल दिवस हिंदुओं, सिखों और जैनियों के बीच एकता का उत्सव है।”
वीर बल दिवस 10वें सिख गुरु के छोटे बेटों की शहादत को याद करने के लिए मनाया जाता है। ज़ोरावर सिंह और फ़तेह सिंह नौ और छह साल की उम्र में फांसी दे दी गई थी। जब उन्होंने धर्म परिवर्तन करने से इनकार कर दिया था तब मुगल शासक औरंगजेब के गवर्नर ने यह आदेश सुनाया था। उन्हें 26 दिसंबर 1704 को मार दिया गया था।