नीतीश रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर की शतकीय साझेदारी से भारत चौथे टेस्ट में दबाव से उबरा

IND vs AUS 4th Test: भारतीय ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट में 221 रन पर 7 विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद नीतीश रेड्डी ने वॉशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी की और टीम को दबाव से निकाला.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जसप्रीत बुमराह के बाद अगर किसी खिलाड़ी ने हर मौके पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है, तो वह 21 साल का युवा बैटर है. नीतीश कुमार रेड्डी को जब ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना गया तो कई एक्सपर्ट ने उनकी भूमिका पर सवाल उठाए. भारतीय मैनेजमेंट ने उन्हें चौथे पेसर के तौर पर उतारा जो बैटिंग भी जानता है. लेकिन महज 5 हफ्ते में नजारा बदल गया है. वक्त बदल गया है. नीतीश कुमार रेड्डी ने बता दिया है कि उनमें स्पेशलिस्ट बैटर के सारे गुण हैं. टीम उन पर भरोसा कर सकती है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट में नीतीश कुमार रेड्डी ने भारत की ओर से सबसे अधिक रन बनाए. ये रन तब आए तब भारत 191 रन पर छह विकेट गंवा चुका था और फॉलोऑन बचाने के लिए संघर्ष कर रहा था. नीतीश कुमार रेड्डी ने यहां से मोर्चा संभाला और भारत को 300 रन के पार पहुंचा दिया. जब तीसरे दिन खराब रोशनी के कारण समय से पहले टी-ब्रेक लिया गया तो भारत का स्कोर 7 विकेट पर 326 रन था और नीतीश कुमार रेड्डी 85 रन पर नाबाद थे.
नीतीश रेड्डी की बैटिंग देख संजय मांजरेकर ने स्टार स्पोर्ट्स पर कॉमेंट्री करते हुए कहा, ‘टाइम आ गया है. नीतीश को बतौर बैटर खिलाइए ना कि चौथे सीमर की तरह. नीतीश को छठे नंबर पर बैटिंग करने भेजिए. उनके बाद रवींद्र जडेजा को और फिर चार स्पेशलिस्ट बॉलर खेलें. इससे भारतीय टीम का बैलेंस अच्छा हो जाएगा.’
संजय मांजरेकर ने नीतीश को प्रमोट करने के लिए रवि शास्त्री का उदाहरण दिया. उन्होंने कह, ‘ हम सब रवि शास्त्री के बारे में जानते हैं. उन्होंने स्पेशलिस्ट स्पिनर के तौर पर डेब्यू किया था और पहले मैच में नौवें नंबर पर बैटिंग की थी. लेकिन उनमें बैटिंग की काबिलियत थी. तब के मैनेजमेंट ने इसे देखा और उन्हें प्रमोट किया. रवि शास्त्री ने भारत के लिए पारी की शुरुआत की.’
नीतीश कुमार रेड्डी ने वॉशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर 105 रन की साझेदारी कर ली है. यह मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर आठवें विकेट के लिए सबसे बड़ी भारतीय साझेदारी है.