विमंस प्रीमियर लीग में दूसरे ही मैच में बवाल, अंपायरिंग पर उठे सवाल

इस समय खेली जा रही विमंस प्रीमियर लीग को शुरू हुए अभी दो ही दिन हुए हैं कि दूसरे ही मैच में बवाल मच गया। दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस के बीच खेले गए मैच में आखिरी के तीन ओवरों में तीसरे अंपायर ने तीन विवादित फैसले दे दिए। ये फैसले मैच पलटने वाले साबित हो सकते थे। दिल्ली ने ये मैच अपने नाम किया।
विमंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के मौजूदा सीजन का शनिवार को दूसरा ही मैच खेला गया था। पहले मैच में रिकॉर्डबुक को हिलाया तो दूसरे मैच ने विवादों में जगह बना ली और सवालों के घेरे में रहे तीसरे अंपायर। वडोदरा में दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस के बीच मैच था। इस मैच में दिल्ली ने जीत हासिल की, लेकिन आखिरी तीन ओवरों में जो हुआ उसने बवाल मचा दिया।
पहले मैच का हाल जान लेते हैं। मुंबई ने कोटाम्बा स्टेडियम में खेले गए मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 164 रन बनाए। दिल्ली ने रोमांचक मुकाबले में आखिरी गेंद पर ये लक्ष्य हासिल कर लिया। यहां तक पहुंचने में उसने अपने आठ विकेट खो दिए।
मच गया बवाल
इन तीनों मौकों पर थर्ड अंपायर ने कई रिप्ले देखे, लेकिन ऐसा लग रहा था कि जब स्टम्प उखड़े तो उनकी लाइटिंग पर ध्यान नहीं दिया गया। तीनों मौकों पर जब गेंद स्टम्प पर लगी बेल्स की लाइट जली तो बल्लेबाज का बल्ला क्रीज से बाहर दिख रहा था। लेकिन ऐसा लगा कि अंपायर का ध्यान बेल्स पर ध्यान ही नहीं था।
वहीं अगर नियमों को देखा जाए तो ये साफ लिखा है कि जब तक स्टम्प या बेल्स की लाइट न जले तब तक विकेट गिरे हुए नहीं माने जाएंगे। इसी को लेकर अंपायरिंग पर सवाल उठ रहे हैं।
पूर्व कोच ने की आलोचना
न्यूजीलैंड के पूर्व कोच और आरसीबी के पुरुष टीम के मौजूदा कोच माइक हेसन ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “मुझे नहीं पता कि आज अंपायर ने ये फैसला कैसे किया कि बेल्स की लाइट जलना मायने नहीं रखेगा। एक बार जब बेल्स का लाइट कनेक्शन फेल हुआ इसका मतलब है कि विकेट गिर गए। ये प्लेइंग कंडीशंस में लिखा है। आखिरी 10 मिनट में काफी कन्फ्यूजन देखी।”