रूस ने नई मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का किया परीक्षण, व्लादिमीर पुतिन ने दी इन्हें चेतावनी
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देर रात कहा कि रूस ने यूक्रेन पर हमला करते हुए एक नई मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (एमआरबीएम) का परीक्षण किया है। साथ ही चेतावनी दी है कि रूस इसका इस्तेमाल उन देशों के खिलाफ कर सकता है जिन्होंने यूक्रेन को रूस पर हमला करने के लिए अपनी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति दी है।
दो रोज पूर्व 1,000 दिन पूरे करने वाला रूस-यूक्रेन युद्ध अब नाजुक दौर में पहुंच चुका है। परमाणु युद्ध छिड़ने के आसार दिन-ब-दिन गहराते जा रहे हैं। यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस ने यूक्रेनी शहर निप्रो पर गुरुवार को लंबी दूरी की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आइसीबीएम) दागी। यदि ऐसा हुआ है तो यह इतिहास में पहली बार है जबकि किसी देश ने बेहद खतरनाक मानी जाने वाली आइसीबीएम का इस्तेमाल किया है।
पुतिन ने तहस-नहस करने की धमकी भी
अमेरिकी वायु रक्षा प्रणाली रूसी मिसाइलों को रोकने में सक्षम नहीं
पुतिन ने घोषणा की कि रूस अन्य देशों पर हमलों से पहले वहां के नागरिकों को सुरक्षित निकालने का समय देगा और अग्रिम चेतावनी भी जारी करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अमेरिकी वायु रक्षा प्रणाली रूसी मिसाइलों को रोकने में सक्षम नहीं होगी। वैसे अमेरिका द्वारा यूक्रेन को एंटीपर्सनल लैंड माइन का इस्तेमाल करने की अनुमति देने ने भी इसमें आग में घी का काम किया है।
यूक्रेन की वायु सेना ने दावा किया कि रूस ने गुरुवार को यूक्रेनी शहर निप्रो पर हमले के दौरान एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल दागी। इसे कैस्पियन सागर की सीमा पर स्थित रूस के आस्त्रखान क्षेत्र से प्रक्षेपित किया गया। इसके अलाव आठ अन्य मिसाइलें भी दागी गईं। रूस ने निप्रो शहर के मध्य पूर्व क्षेत्र में मौजूद उद्यमों और महत्वपूर्ण ढांचों को निशाना बनाया।
रूसी हमले में कई लोगों के घायल होने की भी सूचना
इसी के चलते रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अपने देश के नए परमाणु सिद्धांत को भी मंजूरी दे दी है। अब किसी परमाणु महाशक्ति या नाटो देश के समर्थन से रूस या उसके मित्र देश बेलारूस पर बैलिस्टिक व क्रूज मिसाइलों, विमानों और ड्रोनों से किए हमलों का जवाब रूस परमाणु हमले से दे सकता है।
ये होती हैं आइसीबीएम और एमआरबीएम अंतर
महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों यानी आइसीबीएम को परमाणु हथियार ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है। जिस आरएस-26 रुबेज आइसीबीएम का रूस द्वारा यूक्रेन पर इस्तेमाल करने की बात कही जा रही है, उसकी मारक क्षमता 5800 किलोमीटर है। हालांकि, कुछ आइसीबीएम की रेंज नौ हजार किलोमीटर से भी अधिक होती है। आइसीबीएम को साइलो या मोबाइल वाहनों से लांच किया जाता है। ठोस ईंधन वाली आइसीबीएम को अधिक खतरनाक माना जाता है। उधर मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल ( एमआरबीएम) की रेंज 3,000 से 5,500 किलोमीटर के बीच होती है।
यूक्रेन को यथासंभव सहायता पहुंचाने का आदेश
बाइडन प्रशासन ने यूक्रेन का 4.7 अरब डॉलर का कर्ज माफ किया बाइडन प्रशासन ने यूक्रेन को दिए लगभग 4.7 अरब डॉलर के अमेरिकी कर्ज को माफ करने का फैसला किया है। बाइडन ने अधिकारियों को 20 जनवरी को पद छोड़ने से पहले यूक्रेन को यथासंभव सहायता पहुंचाने का आदेश दिया है।
यह आदेश इस चिंता के बीच दिया गया है कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद यूक्रेन को अमेरिकी समर्थन को सीमित कर सकते हैं। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक प्रेस ब्री¨फग में कहा कि हमने उन ऋणों को रद करने के लिए जरूरी कदम उठाया है।
रूसी प्रवक्ता को लाइव टीवी पर आया कॉल, बोला गया- आईसीबीएम पर कोई टिप्पणी न करें
रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा को लाइव प्रेस ब्रीफिंग के बीच में उच्च अधिकारियों से फोन आया। प्रेस कॉन्फ्रेंस का एक वीडियो अब वायरल हो गया है जहां जखारोवा को कथित तौर पर फोन पर किसी ने टिप्पणी न करने का निर्देश दिया था।
यह प्रेस वार्ता यूक्रेन द्वारा रूस पर डीनिप्रो शहर पर अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल दागने का आरोप लगाने के बाद आई। कुछ रूसी सैन्य ब्लॉगर्स के अनुसार, यह गोलीबारी एक एयरोस्पेस निर्माता युजमाश को निशाना बनाकर की गई थी, जिसे अब पिवडेनमाश के नाम से जाना जाता है। फोन पर अज्ञात पुरुष आवाज ने जखारोवा को माशा कहकर संबोधित किया और उसे घटना में बैलिस्टिक मिसाइल हमले पर कुछ भी टिप्पणी न करने की सलाह दी।